Considerations To Know About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
Considerations To Know About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
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विधिः कृष्ण पक्ष के शनिवार से इकतीस दिन तक नित्य रात के समय एक माला जप उपर्युक्त मन्त्र का करें। इस कृत्य से मन्त्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय यही मन्त्र ग्यारह बार पढ़कर एक-दो बताशे /मिठाई अभिमन्त्रित कर जिस स्त्री को खिला देंगे, वह वशीभूत हो जायेगी। मन्त्र में अमुकी के स्थान पर स्त्री का और अमुक के स्थान पर अपना नाम बोलना चाहिए।
ये एक आसान सर्वजन वशीकरण मंत्र साधना है जिसके प्रयोग से आप सामने वाले को अपने आकर्षण में ला सकते है.
वशीकरण मंत्र: मानवीय संबंधों पर प्रभाव
बांध इन्द्र की बांध तारा, बांधू बिद लोही की धारा, उठे इन्द्र न बोले बाव, सूक साख पूंजी हो जाय, बन ऊपर लोकी कड़े हीय लपर लो सूत में, तो बंधन बांधयो सास-ससुर जाया पूत, मन बांधू मंवन्त बांधू विद्या दे साथ, चार खूंट लों फिर आब अमुकी अमुक के साथ रहे गुरु गुरो स्वाहा।
इस मौके पर दुनिया के कोने-कोने से तांत्रिक यहां पहुंचते हैं और तंत्र साधना करते हैं। इसे तांत्रिकों का महाकुंभ कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।
काला गोरा तोतला तीनों बसे कपार दुहाई कामिया सिंदूर की
वशीकरण मंत्र का उपयोग व्यापार, प्रेम, और व्यक्तिगत मामलों में किया जाता है। हालांकि, इसका नैतिक मान्यता संबंधी मामलों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। व्यक्ति को उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए दूसरे व्यक्ति को प्रभावित करने का प्रयास करना नैतिकता के मामले में विवादास्पद हो सकता है।
यह मंत्र पुरुष को अपने वश में करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके more info उच्चारण से, महिला एक पुरुष को अपने प्रति प्रभावित कर सकती है और उसे अपने साथ सम्बंध बनाने में मदद कर सकती है।
ऐसी स्थिति में इसका प्रयोग करना आपको अलग से उर्जा देता है.
ऐसा नहीं है की आप तिलक लगाकर बाहर निकले और सामने वाला वशीकरण की तरह व्यवहार करे. इसके प्रभाव से सामने वाला आपकी बात नहीं काट पायेगा.
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मोहन मंत्र वह मंत्र है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति /समुदाय को अपने प्रति आकर्षित करने या प्रभावित करने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग इंटरव्यू आदि में किया जाता है। इस मंत्र का प्रभाव साधक जब तक सामने रहता है तब तक ही होता है।
देवी के अमृत वचन सुनने के लिए देवी सरस्वती और लक्ष्मी भी उत्सुक रहती हैं। तीनों लोकों में पूजी जाने वाली देवी कामाख्या दयालु और मंगलकारी हैं।